जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मंदिर, उसके परिसर व यात्रा मार्ग से झुलती तारों को तत्काल हटाने के निर्देश दिए थे।
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हरिद्वार -: मनसा देवी मंदिर में रविवार को हुए हादसे के बाद ऊर्जा निगम की नींद खुली है। ऊर्जा निगम की तकनीकी टीम ने सोमवार सुबह मनसा देवी मंदिर परिसर और इससे जुड़े मार्गों का निरीक्षण किया और विद्युत लाइन की मरम्मत की।
टीम ने झूलते बिजली के तारों को हटाने के साथ ही अस्थायी दुकानों में अवैध कनेक्शन काटे और कई स्थानों पर बिजली के उपकरणों की मरम्मत की। दरअसल रविवार को मनसा देवी मंदिर जाने वाले सीढ़ी मार्ग पर मची भगदड़ की एक बड़ी वजह करंट लगने की अफवाह को माना गया।
भले ही ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने इसे महज अफवाह बताया है, लेकिन बिजली के झूलते तारों और अव्यवस्थित कनेक्शनों को लेकर जो खतरे की आशंका जताई जा रही थी, उसे नकारा नहीं जा सकता।
मंदिर परिसर में झूलते तार, खुले जोड़ों वाले कनेक्शन और अवैध कनेक्शनों के जरिये अस्थायी दुकानों तक भी आपूर्ति हो रही थी। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मंदिर, उसके परिसर व यात्रा मार्ग से झुलती तारों को तत्काल हटाने के निर्देश दिए थे।
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मनसा देवी मंदिर व यात्रा मार्ग पर ऊर्जा निगम की कार्रवाई, झूलते विद्युत तारों को हटाया गया -अवैध कनेक्शनों को काटा गया। मंदिर परिसर में बिजली के पैनलों और कनेक्शन प्वाइंट की मरम्मत की। शार्ट सर्किट न हो इसकी भी जांच की गई।
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