150 मीटर सड़क पूरी तरह धंसी, आपदा राहत टीमों और रसद का आवागमन बाधित; जिलाधिकारी पैदल पहुंचे प्रभावित क्षेत्र।
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उत्तरकाशी -: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद में जारी भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं के बीच हालात लगातार गंभीर होते जा रहे हैं। गंगोत्री हाईवे पर भटवाड़ी के पास करीब 150 मीटर हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त हो गया है, जिससे ज़िले के प्रमुख पर्यटन और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र हर्षिल, उपला टकनौर और धराली का सड़क संपर्क जिला मुख्यालय से पूरी तरह कट गया है।
सड़क धंसने से राहत कार्यों को झटका
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गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर भटवाड़ी के पास हुई यह टूट-फूट पिछली रात से ही प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। जो फोर्स, राहत सामग्री और रसद धराली व आसपास के क्षेत्रों में भेजी जा रही थी, वह रास्ते में ही फंस गई है। भारी मलबा और सड़कों की हालत के कारण राहत वाहन आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं।
डीएम रात में नहीं पहुंच सके, सुबह पैदल रवाना हुए
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी बीती रात भटवाड़ी तक ही पहुंच पाए थे। सड़क पूरी तरह से धंसी हुई होने और भूस्खलन की आशंका के कारण उन्हें वहीं रुकना पड़ा। आज सुबह प्रशासनिक टीम ने कुछ दूर तक वाहन से यात्रा की और फिर पैदल ही आगे बढ़कर स्थिति का जायज़ा लिया।
स्थानीय निवासियों की बढ़ी मुश्क़िलें
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संपर्क टूटने से धराली, हर्षिल और आसपास के गांवों के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। न तो खाद्य सामग्री पहुंच पा रही है, न ही चिकित्सा सहायता। बीमार, बुजुर्ग और बच्चे संकट में हैं, वहीं संचार सेवाएं भी बाधित हो रही हैं।
सैन्य दृष्टिकोण से भी संवेदनशील इलाका
हर्षिल क्षेत्र भारत-तिब्बत सीमा के समीप स्थित है, जहां सेना की महत्वपूर्ण पोस्टें हैं। इस मार्ग का ध्वस्त होना सैन्य दृष्टि से भी चिंताजनक माना जा रहा है। हालांकि सेना की ओर से वैकल्पिक संपर्क साधने के प्रयास किए जा रहे हैं।
सरकार से पुनर्निर्माण की अपील
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने सरकार से गंगोत्री हाईवे की त्वरित मरम्मत, वैकल्पिक मार्ग के निर्माण और हवाई राहत की मांग की है।
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