पंचायत चुनावों पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी विधायकों ने किया भारी विरोध, सदन की कार्यवाही आठ बार स्थगित।
गैरसैंण (भाड़रईसैंण) —: उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र का पहला दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने पंचायत चुनावों में हुई कथित गड़बड़ियों और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर सदन में जमकर विरोध-प्रदर्शन किया।
यह ख़बर पढ़ें – हरिद्वार के आदित्य कुमार बने KBC 17 के पहले करोड़पति
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और विधायक प्रीतम सिंह ने नियम 310 के तहत तत्काल चर्चा की मांग रखी। जैसे ही अध्यक्ष ने प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया, कांग्रेस और अन्य विपक्षी विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान विपक्षी विधायकों ने कार्यसूची फाड़ दी, कागज हवा में उछाले, विधानसभा सचिव की मेज उलट दी और माइक तोड़ डाले।
लगातार हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही दिनभर में करीब आठ बार स्थगित करनी पड़ी।
यह ख़बर पढ़ें – जिला पंचायत अध्यक्ष पर पुनर्मतदान – हाइकोर्ट
स्पीकर ऋतु खंडूड़ी भूषण ने विपक्ष से शांति बनाए रखने और प्रश्नकाल चलने देने की अपील की, लेकिन विपक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं हुआ।
वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि पंचायत चुनावों में हार की आशंका से वह बौखलाए हुए हैं और सत्र को बाधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि “सदन में इस तरह का व्यवहार लोकतांत्रिक मर्यादाओं के विपरीत है।”
यह ख़बर पढ़ें – Ucc पंजीकरण की अवधि में संशोधन, अध्यादेश लागू
हंगामे के बीच सरकार ने 5315 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट सदन में पेश किया और कुल नौ विधेयक भी प्रस्तुत किए, जिनमें धर्मांतरण विरोधी विधेयक भी शामिल है।