देहरादून में ज़मीन के नाम पर 10 लाख की ठगी

देहरादून में ज़मीन के नाम पर 10 लाख की ठगी

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उत्तराखंड में दिन प्रतिदिन जमीन धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे हैं जिसके चलते अभी तक कई सारे लोगों को लाखों करोड़ों रुपए का चूना तक लग चुका है लेकिन बावजूद इसके लोग ठगो के झांसे मे फंसकर अपनी जमा पूंजी को गवा रहे है । ऐसी ही कुछ खबर राजधानी देहरादून से सामने आई है जहां पर एक व्यक्ति ने खुद को उत्तराखंड शासन मे ए श्रेणी का अधिकारी बताते हुए प्लाट बेचने के नाम पर अन्य व्यक्ति को 10 लाख रुपए का चूना लगाया है।

अभी तक मिली जानकारी के अनुसार राजधानी देहरादून के बैंक कॉलोनी राजपुर रोड के निवासी शूरवीर रावत काफी समय से देहरादून में जमीन खरीदने की योजना बना रहे थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात दीपक शर्मा नाम के व्यक्ति से हुई जिसने खुद को उत्तराखंड शासन में प्रथम श्रेणी का अधिकारी बताते हुए खुद को एक प्लॉट का मालिक बताया। इसके साथ ही दीपक ने दावा किया कि वह वर्तमान मे उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी में कार्यरत है और उसका प्लॉट मौजा चालंग परगना परवादून मे है जिसे दीपक शर्मा ने शूरवीर रावत को दिखाया इतना ही नहीं बल्कि इस दौरान दीपक ने बताया कि 836.12 वर्गमीटर रकबा उसका ही है। इसके बाद शूरवीर को दीपक की बातों पर भरोसा हो गया और उन्होंने 15 जून 2023 को एक अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर करें तथा अग्रिम राशि के रूप में 10 लाख की रकम आरटीजीएस के जरिए दीपक को अदा की वहीं अनुबंध के अनुसार चार महीने के अंतर्गत विक्रय पत्र संपादित किया जाना था लेकिन काफी समय बीतने के बाद दीपक शर्मा ने 6 महीने की मोहलत मांगते हुए 6 नवंबर 2023 को दूसरा अनुबंध किया लेकिन 10 माह बीत जाने के बाद भी विक्रय पत्र निष्पादित नहीं किया गया।

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जिसके चलते शूरवीर रावत ने दीपक शर्मा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा दीपक ना तो भूमि का मालिक है और ना ही उसके पास किसी प्रकार का विक्रय पत्र है। जब शूरवीर ने इस विषय में दीपक से बातचीत की तो उसने शूरवीर को जान से मारने की धमकी देते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया। जिस पर शूरवीर ने इस पूरे प्रकरण की जानकारी पुलिस प्रशासन को देते हुए आरोपी व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। पीड़ित की तहरीर के आधार पर पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।

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