हेली दुर्घटनाओं के बाद नियमावली ज़ारी, अनुभवी पायलट ही उड़ान भर पाएंगे चारधाम में

हेली दुर्घटनाओं पर नियमावली ज़ारी, अनुभवी पायलट ही उड़ान भर पाएंगे चारधाम में। 

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देहरादून -: आखिरकार हेली दुर्घटनाओं में 50 से अधिक मौत होने के बाद डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन (डीजीसीए) कार्यालय सक्रिय हुआ है। डीजीसीए ने अब केदारनाथ धाम में हेली सेवाओं के संचालन के लिए नियम कड़े कर दिए हैं।

यह स्पष्ट किया गया है कि केवल मौसम साफ होने पर ही हेली सेवाओं का संचालन किया जाएगा। साथ ही मनमाने ढंग से हेली सेवाओं के संचालन पर नजर रखने के लिए यहां एक कंट्रोल रूप में बनाया जा रहा है। इसमें डीजीसीए, उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथारिटी (यूकाडा) और मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारी तैनात रहेंगे।

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यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत आइआरसीटीसी की साइट से हेली यात्रा के टिकट बुक करने वालों को उड़ान में पहली प्राथमिकता दी जाएगी। हेलीकाप्टर वही पायलट चलाएंगे, जिन्हें पूर्व में केदारनाथ या इस तरह की घाटी में हेलीकाप्टर चलाने का व्यापक अनुभव होगा। सीईओ यूकाडा सोनिका ने बताया कि मंगलवार से हेली सेवाओं का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही संचालन के लिए नियमों को सख्त किया गया है।

  • मौसम साफ होने पर ही चारधाम में चलेगी हेली सेवा
  • घाटी मेंं हेली चलाने का अनुभव रखने वाले पायलेट ही चलाएंगे हेलीकाप्टर
  • उचित रखरखाव और संचालन योग्य हेलीकाप्टर को ही दी जाएगी उड़ान की अनुमति
  • आइसीआरटीसी की साइट से बुकिंग करने वाले यात्रियों को दी जाएगी प्राथमिकता

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