35 लाख के विवाद में दबाव बनाने का आरोप, ग्रामीणों ने शव रखकर बद्रीनाथ हाईवे जाम किया, भाजयुमो प्रदेश सचिव पद से हटाए गए हिमांशु चमोली।
पौड़ी गढ़वाल —: ज़िले के थालसारी गांव निवासी जितेन्द्र (जीतू) नेगी (35 वर्ष) ने गुरुवार तड़के अपने कार में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड कर बताया कि उन पर 35 लाख रुपये के लेन-देन/संपत्ति विवाद को लेकर भाजयुमो (BJYM) प्रदेश सचिव हिमांशु चमोली दबाव बना रहे थे।
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वीडियो के कुछ ही घंटे बाद जितेन्द्र का शव उनकी कार में बरामद हुआ। कार के भीतर 12 बोर की बंदूक से एक ही गोली चली, जो उनकी गर्दन आर-पार करते हुए छत में जा लगी।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी हिमांशु चमोली को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 108 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है। साथ ही, जितेन्द्र के दो दोस्तों से भी पूछताछ की जा रही है जो घटना से कुछ समय पहले तक उनके साथ थे।
जनता का गुस्सा और हाईवे जाम
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शुक्रवार सुबह गुस्साए ग्रामीणों और परिजनों ने बद्रीनाथ हाईवे पर कीर्तिनगर पुल के पास शव रखकर जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारियों ने आरोपी को फांसी की सज़ा देने की मांग की और न्याय न मिलने पर आंदोलन तेज़ करने की चेतावनी दी।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
घटना के बाद विपक्ष और स्थानीय लोग भाजपा पर हमलावर हो गए हैं। बढ़ते दबाव को देखते हुए भाजयुमो ने हिमांशु चमोली को प्रदेश सचिव पद से हटा दिया है।
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यह मामला उत्तराखंड की राजनीति और समाज दोनों के लिए गहरी चिंता का विषय बन गया है। पुलिस जांच जारी है और परिजनों ने साफ कहा है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, वे आंदोलन जारी रखेंगे।