अपहरण और हिंसा के आरोपों के बीच अटकी मतगणना, 18 अगस्त को होगी अगली सुनवाई।
नैनीताल —: जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव का माहौल तब गरमा गया जब मतगणना के दौरान अचानक हालात बिगड़ गए। कड़ी सुरक्षा और वीडियो रिकॉर्डिंग के बीच हो रही मतगणना को बीच में ही रोकना पड़ा। कारण—चुनाव प्रक्रिया में अपहरण और हिंसा के गंभीर आरोप।
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कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा समर्थकों ने कांग्रेस समर्थित जिला पंचायत सदस्यों का अपहरण कर उन्हें मतदान से रोका। इस दौरान बेतालघाट क्षेत्र में झड़प और फायरिंग की भी घटनाएं सामने आईं, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
मामला सीधे उत्तराखंड हाईकोर्ट पहुंचा। कोर्ट ने गंभीरता दिखाते हुए जिला प्रशासन और पुलिस को लापता सदस्यों को तत्काल खोजने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
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फिलहाल चुनाव परिणाम घोषित नहीं हो पाए हैं और जिला नेतृत्व की तस्वीर साफ नहीं है। अगली सुनवाई 18 अगस्त 2025 को होगी, जिसमें कोर्ट प्रशासन से पूरी रिपोर्ट मांगेगा और आगे की कार्रवाई तय करेगा।
यह घटना राज्य की राजनीति में तनाव बढ़ा रही है, जहां विपक्ष सत्ता पक्ष पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने के आरोप लगा रहा है।
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इस बीच, नैनीताल में सुरक्षा और सख्त कर दी गई है ताकि हालात काबू में रहें।