slot 1000 togel online slot toto toto slot mahjong ways agen gacor toto slot gacor agen gacor situs toto Sv388 slot pulsa agen slot apo388 sv388 slot toto slot deposit 1000
टॉप 10 असुरक्षित शहरों की लिस्ट में देहरादून -

टॉप 10 असुरक्षित शहरों की लिस्ट में देहरादून

राष्ट्रीय महिला आयोग की रिपोर्ट में हुआ खुलासा, महिलाओं ने जताई सुरक्षा को लेकर चिंता

उत्तराखण्ड की वीरांगना जिसने मात्र 15 वर्ष की आयु में दुश्मनों को चटाई धूल, पढ़ें वीरांगना तीलु रौतेली की जीवनी।

देहरादून —: महिलाओं की सुरक्षा को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने सोमवार को अपनी नारी 2025 रिपोर्ट (National Annual Report & Index on Women’s Safety) जारी की।

यह ख़बर पढ़ें – गौरीकुंड हाइवे पर वाहन पर गिरा बोल्डर दो की मौत

इस रिपोर्ट में देशभर के 31 प्रमुख शहरों में महिलाओं से जुड़े सुरक्षा मानकों का आकलन किया गया है। चौंकाने वाली बात यह रही कि राजधानी देहरादून भी देश के 10 सबसे असुरक्षित शहरों की सूची में शामिल हो गया है।

रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं की सुरक्षा का स्कोर केवल 65 फीसदी दर्ज हुआ है। इसका मतलब यह है कि देश में हर 10 में से लगभग 4 महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं। वहीं, देहरादून की स्थिति और भी चिंताजनक है क्योंकि यहां महिलाओं ने रात में बाहर निकलने, सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने और शिकायत दर्ज कराने को लेकर सबसे ज्यादा असुरक्षा जताई।

यह ख़बर पढ़ें – स्यानाचट्टी में आपदा के हालात, यमुना में बनी झील

रिपोर्ट में कहा गया है कि देहरादून समेत कई शहरों में सड़क प्रकाश व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरों की कमी, पुलिस गश्त की कमी और त्वरित कार्रवाई का अभाव महिलाओं की सुरक्षा को प्रभावित कर रहा है।

महिलाओं ने सर्वे में यह भी बताया कि असुरक्षित माहौल की वजह से वे कई बार घटनाओं की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं करातीं, क्योंकि उन्हें पुलिस और कानूनी प्रक्रिया पर भरोसा नहीं होता।

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि शहर में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी है, तो सार्वजनिक परिवहन को सुरक्षित बनाने, पुलिस गश्त बढ़ाने और तकनीकी सुरक्षा उपायों (जैसे सीसीटीवी व हेल्पलाइन सिस्टम) को मज़बूत करने की ज़रूरत है।

यह ख़बर पढ़ें – पिथौरागढ़ में एनएचपीसी पावर हाउस की सुरंग में भूस्खलन

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजय किशोर रहाटकर ने कहा कि रिपोर्ट का उद्देश्य सरकार और प्रशासन को सचेत करना है ताकि महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण तैयार किया जा सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top