रुद्रप्रयाग —:उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने रुद्रप्रयाग ज़िले के छेनागाड़ क्षेत्र (ईस्ट बंगाड़) में तबाही मचा दी। शुक्रवार रात तेज़ बारिश के चलते पहाड़ी से आया मलबा पूरे बाज़ार को अपने साथ बहा ले गया। देखते ही देखते यहाँ की 15 से अधिक दुकानें और मकान जमींदोज़ हो गए।
हादसे में आठ लोग चंदन नदी में बह गए, जिनमें चार नेपाली मज़दूर, दो स्थानीय दुकानदार (सते सिंह नेगी और नीरज) और वन विभाग के दो कर्मचारी (कुलदीप सिंह नेगी व राज बुगाणा) शामिल हैं।
लापता और मृतक
छेनागाड़ बाज़ार : आठ लोग लापता
जाखोली ब्लॉक, लालडूरी के टेण्डवाल गांव : बारिश से मकान ढहने पर एक महिला की मौत
भारी बारिश से मायाली–गुप्तकाशी मोटर मार्ग कई जगह क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे राहत दल मौके तक आसानी से नहीं पहुँच पा रहे। रास्ते बंद होने के कारण मलबा हटाने और फंसे लोगों तक पहुँचने में समय लग रहा है।
रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और टिहरी समेत कई ज़िलों में तबाही का आलम है।
अलग-अलग जगहों पर अब तक पाँच लोगों की मौत और 11 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
SDRF, DDRF, NDRF और ITBP की टीमें राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं।
अब तक 200 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
भूस्खलन से तबाही का मंज़र Hiwanli Kanthi
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटों में राज्य में सामान्य से 369% अधिक बारिश दर्ज हुई है। रुद्रप्रयाग में 500% और बागेश्वर में 2000% से ज़्यादा अतिरिक्त बारिश रिकॉर्ड की गई।
मुख्यमंत्री ने प्रभावित इलाकों का शीघ्र निरीक्षण करने और फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने जिला प्रशासन को “सचेत ऐप” और मौसम अलर्ट के ज़रिये जनता तक समय रहते जानकारी पहुँचाने पर ज़ोर दिया है।