अब तक 8 कर्मचारियों को सुरक्षित निकाला गया, 11 अभी भी सुरंग के अंदर; राहत व बचाव कार्य जारी।
पिथौरागढ़ —: जिले के धारचूला ब्लॉक के ऐलागाड़ (धौलीगंगा जल विद्युत परियोजना) में शनिवार दोपहर बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दोपहर करीब डेढ़ बजे पावर हाउस की सुरंग (टनल) के मुख्य और आपात द्वार पर अचानक भारी मात्रा में मलबा और पत्थर आकर गिर गए। इसके कारण एनएचपीसी की भूमिगत सुरंग पूरी तरह बंद हो गई और अंदर काम कर रहे 19 कर्मचारी फंस गए।
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संपर्क में हैं सभी कर्मचारी
प्रशासन और एनएचपीसी प्रबंधन ने राहत की जानकारी दी कि सभी 19 कर्मचारी पूरी तरह सुरक्षित हैं और लगातार संपर्क में हैं। रविवार सुबह तक 8 कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि बाकी 11 कर्मचारी अभी भी अंदर फंसे हुए हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन ज़ारी
जिला प्रशासन, बीआरओ, एनडीआरएफ, सीआईएसएफ और एनएचपीसी की टीमें लगातार राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। सुरंग के दोनों रास्तों से मलबा हटाने का काम भारी मशीनों की मदद से चल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि अंदर फंसे कर्मचारियों तक जल्द सुरक्षित रास्ता बनाया जाएगा।
बिजली उत्पादन पर असर नहीं
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एनएचपीसी की धौलीगंगा परियोजना से बिजली उत्पादन सामान्य रूप से जारी है। पावर स्टेशन के संचालन पर इस घटना का सीधा असर नहीं पड़ा है।
यह हादसा फिर से उत्तराखण्ड की पहाड़ियों में बरसात के बाद बढ़ रहे भूस्खलन और निर्माण स्थलों की असुरक्षा को उजागर करता है।
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प्रशासन ने कहा है कि सभी कर्मचारियों को जल्द बाहर निकालने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है।