उत्तरकाशी के धराली में भारी तबाही के बाद अब बचाव कार्य को तेज करने के लिए चीन सीमा से पोकलैंड मशीनें एयरलिफ्ट कर लायी जाएंगी।
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उत्तरकाशी -: धराली में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाई गई है। अब भारत-चीन सीमा पर तैनात भारी भरकम पोकलैंड मशीनों को हेलीकॉप्टर के ज़रिए धराली क्षेत्र में पहुंचाया जा रहा है ताकि मलवा हटाकर बंद पड़े मार्गों को खोला जा सके।
05 अगस्त को आई थी आपदा
5 अगस्त को बादल फटने और उससे उपजे जलप्रलय में धराली गांव समेत कई इलाके पूरी तरह प्रभावित हो गए थे। गंगोत्री हाईवे का करीब 150 मीटर हिस्सा बह गया है और सड़क मार्ग पूरी तरह ठप हो गया है। इस कारण न केवल ग्रामीणों का संपर्क मुख्यालय से कट गया है, बल्कि राहत सामग्रियों की आपूर्ति में भी भारी बाधा आ रही है।
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प्रशासन ने रातभर जारी रखा कार्य, लेकिन फिर ढह गया मार्ग
प्रशासन और बीआरओ की टीमें लगातार जेसीबी व श्रमिकों की मदद से मार्ग को खोलने में जुटी हैं। मंगलवार रात को जैसे-तैसे एक वैकल्पिक मार्ग बनाया गया था, लेकिन बुधवार सुबह भारी बारिश और भूस्खलन से वह भी बह गया। हालात की गंभीरता को देखते हुए अब सेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से चीन सीमा पर मौजूद पोकलैंड मशीनों को धराली लाया जा रहा है।
हेलीकॉप्टर से हो रहा मशीनों का एयरलिफ्ट
भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर MI-17 और चिनूक को इस काम में लगाया गया है। सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात ये भारी मशीनें अब पहाड़ी मार्गों को काटकर राहत पहुँचाने में बड़ी भूमिका निभाएंगी। साथ ही, ITBP, NDRF, SDRF, जिला प्रशासन और सेना की संयुक्त टीम स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री धामी कर रहे हालात की निगरानी
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं और प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से भी विशेष सहायता मांगी है और प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा लगातार हालात पर नजर रखी जा रही है।
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