slot 1000 togel online slot toto toto slot mahjong ways agen gacor toto slot gacor agen gacor situs toto Sv388 slot pulsa agen slot apo388 sv388 slot toto slot deposit 1000
शनिवार शाम को उत्तरकाशी में दोबारा आसमान से आफ़त -

शनिवार शाम को उत्तरकाशी में दोबारा आसमान से आफ़त

उत्तरकाशी में बादल फटा: घरों-दुकानों में घुसा पानी, कई वाहन बहकर गए।

वह नारी जिसने पर्यावरण के लिए ना मात्र क़दम उठाया बल्कि एक आंदोलन को जन्म दिया, गौरा देवी वह नारी जिसने चिपको आंदोलन की शुरुआत की।

उत्तरकाशी —:  जिले के नौगांव क्षेत्र में शनिवार 6 सितम्बर 2025 की शाम को भारी बारिश के बाद बादल फटने की घटना सामने आई। अचानक आए पानी से स्थानीय गदेर (मौसमी नाले) — देवालसाड़ी और नौगांव खड्ड — उफान पर आ गए, जिससे आसपास के इलाकों में तबाही मच गई।

यह ख़बर पढ़ें – चमोली आपदा राहत अभियान तीन युवाओं ने बढ़ाया मदद का हाथ

प्रभावित क्षेत्र और हालात

  1. नौगांव कस्बे सहित कई इलाकों में घरों और दुकानों में पानी व मलबा घुस गया, जिससे लोगों को सामान छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा।
  2. एक कार मलबे में दब गई, वहीं दोपहिया वाहन और मशीनें तेज बहाव में बह गईं।
  3. यमुनोत्री हाईवे पर यातायात बाधित हो गया। इसके अलावा स्यूरी क्षेत्र में सड़कें बह गईं और सेब बेल्ट का सम्पर्क टूट गया।
  4. जल संस्थान की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई और सेब के बगीचों में भारी नुकसान हुआ।
शनिवार शाम को फटा बादल HiwanliKanthi

राहत व बचाव कार्य

घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन सक्रिय हो गया। डीएम प्रशांत आर्य के निर्देश पर राजस्व, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर और एम्बुलेंस टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत व बचाव अभियान शुरू किया। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और सड़कों को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग की टीमें जुटाई गई हैं।

एक माह पहले की त्रासदी से तुलना

गौरतलब है कि एक माह पहले 5 अगस्त 2025 को उत्तरकाशी के धाराली गांव में भीषण बादल फटने से भारी तबाही हुई थी, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी और दर्जनों लापता हो गए थे। शनिवार की घटना में हालांकि जनहानि की खबर नहीं है, लेकिन भारी आर्थिक नुकसान और बुनियादी ढांचे की क्षति ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।

यह ख़बर पढ़ें – बाला जी फाउंडेशन लगाएगा निःशुल्क स्वास्थ्य कैम्प

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों के किनारे जाने से बचें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कंट्रोल रूम से संपर्क करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top