डीआरडीओ गेस्ट हाउस का संविदा प्रबंधक महेंद्र प्रसाद 12 अगस्त को गिरफ्तार, सेना और मिसाइल परीक्षणों की जानकारी लीक करने के आरोप।
अल्मोड़ा —: राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के भैसियाछाना ब्लॉक निवासी महेंद्र प्रसाद को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को गोपनीय जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। 32 वर्षीय महेंद्र राजस्थान के जैसलमेर स्थित डीआरडीओ गेस्ट हाउस में संविदा प्रबंधक के रूप में कार्यरत था।
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खुफिया एजेंसियों के अनुसार, महेंद्र पर आरोप है कि वह डीआरडीओ वैज्ञानिकों की गतिविधियों, सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के दौरे और फील्ड फायरिंग रेंज में हो रहे मिसाइल व हथियार परीक्षणों की जानकारी लीक कर रहा था। बताया जा रहा है कि ये जानकारियां वह सोशल मीडिया के माध्यम से और एक विशेष फोन का इस्तेमाल कर भेजता था, जो संभवतः आईएसआई से मिला था।
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स्वतंत्रता दिवस से पहले सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता के चलते 12 अगस्त को महेंद्र को गिरफ्तार किया गया। कई खुफिया एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई में उसे ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट, 1923 के तहत हिरासत में लिया गया। जांच में उसके मोबाइल से संवेदनशील जानकारियां भेजे जाने के साक्ष्य मिले हैं।
पूछताछ में महेंद्र ने कबूला कि करीब पांच साल पहले उसे एक व्यक्ति ने डीआरडीओ का कर्नल बनकर संपर्क किया था, जो अब आईएसआई एजेंट होने की आशंका है। हालांकि, अब तक किसी वित्तीय लेन-देन का सबूत नहीं मिला है।
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महेंद्र के परिवार को, जो उसके साथ गेस्ट हाउस में रह रहा था, अल्मोड़ा भेज दिया गया है। इस घटना की खबर गांव में फैलते ही लोगों में हैरानी और आक्रोश का माहौल है। सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि कहीं और लोग इस नेटवर्क से जुड़े तो नहीं हैं और कितनी गोपनीय जानकारी लीक हुई है।
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यह मामला रक्षा प्रतिष्ठानों में आंतरिक सुरक्षा खतरे (इंसाइडर थ्रेट) पर गंभीर सवाल खड़े करता है और संवेदनशील संस्थानों में कार्यरत कर्मियों की सख्त निगरानी की जरूरत को रेखांकित करता है।