लगातार हो रही भारी बारिश के चलते एक्सप्रेस-वे के कई हिस्सों पर सड़क उखड़ गई है, गिट्टियां बाहर आ गई हैं और गड्ढे बन गए हैं। कुछ स्थानों पर पहाड़ से मलबा भी सड़क पर गिरने लगा है, जिससे आवाजाही पर खतरा बढ़ गया है।
दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वे के हालात Hiwanli kanthi
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सड़क अब तक आम जनता के लिए खोली भी नहीं गई और इसकी हालत बिगड़ने लगी है। इससे निर्माण की गुणवत्ता और कामकाज की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, आशारोड़ी क्षेत्र और टनल के पास बने ‘वेलकम’ गेट के समीप सड़क की सतह सबसे ज्यादा क्षतिग्रस्त हुई है। वहीं पहाड़ी इलाकों से पानी और मलबा आने के कारण कई जगह सड़क धंसने लगी है।
पहले भी हो चुका था नुकसान
यह पहला मौका नहीं है जब एक्सप्रेस-वे की मजबूती पर सवाल उठे हों। जुलाई में हुई पहली बारिश के दौरान भी सड़क पर बड़े गड्ढे और दरारें पड़ गई थीं। उस समय भी आम लोगों और विशेषज्ञों ने निर्माण की गुणवत्ता पर चिंता जताई थी।
दिल्ली–दून एक्सप्रेस-वे को देश की आधुनिक परियोजनाओं में गिना जा रहा है। इसमें 14 किलोमीटर लंबा एलीवेटेड वाइल्डलाइफ कॉरिडोर, कई अंडरपास और दतकाली क्षेत्र में टनल का निर्माण शामिल है। लेकिन इन तमाम विशेषताओं पर सड़क की कमजोर गुणवत्ता भारी पड़ती दिख रही है।
उद्घाटन से पहले एक्सप्रेस वे के हालात Hiwanli kanthi
आगे क्या?
फिलहाल राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की ओर से ताजा नुकसान पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि बार-बार हो रहे हादसों और खराब निर्माण की तस्वीरें सामने आने के बाद सरकार और एजेंसियों पर जवाबदेही तय करने का दबाव बढ़ रहा है।